कुछ हम भी नहीं चाहते, कुछ क़िस्मत भी ऐसी है اا कुछ तुम भी नहीं दिखते , कुछ मेरी छत भी ऐसी है اا बाहों में तुम भी भरते नहीं, कुछ मेरी हिम्मत भी ऐसी है اا आसाँ नहीं के यूँ ही दूं 'अबीर', कुछ मगर मेरी इस्मत भी ऐसी है اا इस्मत - इज़्ज़त #yqquotes #yqtales #yqlove #yqdiary #yqdidi #yqhindi #yqthoughts #yqshayari