फिर उसने वहाँ बैठी भीड़ से रोटी माँगा। भीड़ को अपनी मशगूलियत में यह खलल पसंद न आयी। भीड़ ने उसे कहा; "जा अपने बाप से माँग।" उसके होंठ खुलकर रह गये। वह नहीं कह सका कि उसका बाप ऐसी ही किसी भीड़ से रोटी माँगते मर गया था। 'सोच' ©मलंग #need