नया सवेरा नव किरण लेकर उपवन में, फिर से सूरज उदित होगा। तम धरे धरा प्रज्वलित होगी, खिन्न मन फिर से मुदित होगा।। कुहू कुहू कोयल फिर से गाएगी, मुदित मन में मृदुल मृदंग बजेगा। सुर - सरगम धरे झरना झर झर, पंख फैलाए मन का मोर नाचेगा।। बूढ़ी लता अपनी लाठी छोड़कर, सावन में तरु सखा संग मिलेगी। तृष्णा तृप्त होगी अश्रु नयन से, हाथ धरे पिय के संग संग चलेगी।। नभ तले शस्य से सजी धरा होगी, पुलकित पुष्प रंग लगाएंगे पट पर। रिमझिम रिमझिम सी बुंदे तन में, मिलेंगे दादुर दादुरि संग पनघट पर। नन्हीं कलियां बालियां उतार कर, सहर की धूप में डूबकी लगाएंगी। पिंधे पाजेब पैरों में छम-छम, देख हरलाल को खूब शरमाएंगी।। ©Harlal Mahato #नया_सवेरा #NayaSavera #Nojoto #nojotohindi #nojotopoetry Shalini Pandit Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" Antima Jain Pushpvritiya indira