वर्दी के पीछे का दिल भी, किसी के लिए धड़कता है। मिलने को अपनों से ये भी, यारों खूब तड़पता है।। पर ना जाने सीने में है,आग वतन की कैसी ये, छल्लिन है ये गोलियों से, फिर भी तत्पर हो लड़ता है।। Raghu.. #Quotes #Shayari #country_lover..#nojoto