सूरज दादा एक विमान, यह ज्योतिष का देव महान। इसमें जिन मंदिर अभिराम, जिन प्रतिमा अति सुंदर जान।। जिनबिम्बों के दर्शन करना, अपना रूप प्रभु सम जाना।। - सर्वोदय, जबलपुर बच्चों की कवितायें