हम शायरों की दुनियां भी अज़ीब है, जुगनु बन कागज़ी दुनिया में फिरते रहते हैं रात को भी हरा कर खुली आंखो से ख्व़ाब देखते हैं कलम को कभी अपनी सनम बना लेते हैं तो कभी कागज़ को साजन बता देते हैं फिर अपने हर ज़ख्म इन्हें ऐसे दिखा देते हैं नादान ये भी कम नहीं मुस्कुरा कर हर गम अपने सीने से लगा लेते हैं.. ©shilpi gupta #kagaz #kagaziishq #कागज़ #nojotowriter #nojotonews #worldpostday