हम डरकर पिछे नहीं हटेगे। समंदर में तूफ़ा आती हैं आएँ, हम कश्ती का रूख नहीं बदलेगें। विफलता हाथ आती हैं आएँ हम कर्म पथ पर अटल रहेंगे, अटल रहेंगे। #प्रज्ञा की कलम से कविवर श्री अटल जी को उनके ही अंदाज में नमन 🙏🙏