वाणी- 2 सोचो तो सब जिह्वा से निकली वाणी का खेल है, जो कल अजनबी था आज तुम्हारा प्रेम है| रूद्र रूप में निकला जो वाणी से विष का प्याला, सारा प्रेम एक झटके में उसने काफ़ूर कर डाला| हमारी वाणी ही हमारे रिश्तों की उम्र का निर्णय करती है , शायद आपको ऐसा न लगता हो मगर एक बार पीछे जाके देखिये कहीं न कहीं वाणी का खेल रहा है .. #वाणी #प्रेम #vineetvicky #poetryflashes #nanowrimo2020 #encoreekkhwab #yqdidi #fourliner