" अक्सर तेरी खामोशि गहरी साज़िश करती हैं , मेरी तनहाई के साथ यू तुक्षे सोचते ही रह जाते हैं , तकल्लुफ तेरे एहसासों का अंदाज लिये बैठ जाते हैं तुम नासमझ बने बैठे हो यू तूझे सोचते ही रह जाते हैं , कभी तो जिक्र कर कुछ ऐसा हमारी खामोशियों तेरा साथ मिले , मैं तुझे तेरी यादें को तन्हा छोड़ नहीं सकते ऐसे में सोचते ही रह जाते हैैं । " --- रबिंद्र राम #yolopomo में आज उस एहसास की बातें जब हम प्यार में #सोचतेरहजातेहैं #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi