अभी मिटी हैं दूरियां पलाश की अभी है सुर्ख रोशनी लिबाज़ की अभी अभी कफ़न ये सिलाया है अभी हुई है मौत उस तलाश की हमने गम शराब में मिलाया अभी अभी गुलों का शौक सब मुरझाया अभी अभी #अभी_अभी #वत्स #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #hindvi #hindavi #hindiquotes