अचूक निशाना था उसकी ही आँखों का, सीधा दिल पर ही ज़ोरदार ऐसा ही लगा। भिगो गया समन्दर मुझेउसकी चाहत का, पलकों को खुद ब खुद ही झुकाने लगा। लहरा गई हवाएँ भी उसके ही इकरार की, समां ऐसा बस मदहोश मुझे करने लगा। दी गवाही कण कण ने उसके इज़हार की, बस मन मेरा धीरे धीरे अब बहकने लगा। यों उस ने जो अब मेरी बात स्वीकार की, कि मुझे भी चाहतों का एहसास होने लगा। #अचूकनिशाना #इज़हार #इकरार #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqpoetry #yqchallenge