बदलना वक़्त का दस्तूर है इसमे हम बदल गए तो मेरा क्या कसूर है... DQ : 105 : DQC : 045 जैसे हो वैसे ही बने रहो । 👍 #शोहरत #जिंदगी_का_ताना_बाना #मेरीक़लमसे #जैसा_करोगे_वैसा_भरोगे