इज़हार इश्क़ के महीने में कोई किसीका जान तो कोई अनजान हो रहा है! मैं तो अकेला ताज्जुब हो गया,मुझपे कौन महेरबान हो रहा है? ©Saurav Das #इश्क़ #महिने #जान #अनजान #अकेला #ताज्जुब #मुझपे #महेरबान