ए ख़ुदा ये नज़्म सूफी ये कविता ये शायरी क्या लिखूं तेरी खिदमत में कुछ लिखने की सोचता हूं तो कलम भी तेरे आगे नतमस्तक हो जाती है✍️✍️ मेरी कलम✍️✍️ #कविताएँज़िंदारहतीहैं #शायराना_अंदाज #शायरी_मेरी_डायरी_से #मेरी_कलम