होगा कभी ऐसा बंद होगे हम घरों में सड़कों पे यूँ पसरा सन्नाटा होगा मजबूरियाँ आएगी इस कदर दूर होगी माँ की ममता यूँ अकेले हो जाएगे हम छोड़ जाएगा साया अपना हँसते खिलखिलाते चेहरे बन जाएगे सपने चारों ओर है बस अंधेरा अवसाद ने डाला डेरा। OPEN FOR COLLAB✨ • A Challenge by K smith 💚 ✍️ • Invite more and more people to collaborate with you.✨ ◾Like ◾Comment◾share • Must use hashtag: #ksmith