रोज़ जलते हैं खाक होते हैं कुछ ख़्वाब कभी नहीं पूरे होते कुछ ख़्वाब अधूरे से अधूरे हम अधूरे तुम अधूरी है मोहब्बत अधूरी है ज़िन्दगी चल चांँद तू तो खुश हो जा तू तो कभी कभी हो जाता है पूरा किसी का दिल ना दुखे इसका सदा रखना ध्यान ज़िन्दगी में अधूरे ख़्वाब, लेकिन रख चेहरे एक मुस्कान कुछ ख़्वाब बचे रहें आँखों में कल कोई झाँके तो ज़िन्दगी जीने की वजह पाए। ♥️ Challenge-749 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।