ये सुर्ख गुलाबी होठ करते है दिल पे चोट क्या करे मर जाये कही जाकर खो जाए ये सुर्ख गुलाबी होठ करते है दिल पे चोट होठ तो तेरे है कमाल है तेरे घुघराले बाल ऊपर से लाल गाल कमर है तेरे कमान लगते है इंद्रधनुष समान जब चलती हो चपल चाल रुक गए मेरे चाल क्या चाहती हो छोड़ जाऊ मैं तेरा शहर ©Aacharya Pranesh #लव #Love #First #FirstTimeLove #One_sided_love #onesidedlove #fantasy #OneSeason