खैर क्लास शुरू हुई हिंदी की। गरमी बहुत थी ऐ.सी. भी काम नहीं कर रहा था, अचानक सर ने पढ़ाते पढ़ाते अपनी फुल शर्ट की बांहे चढ़ानी शुरू की, अहा क्या अंदाज़ था बन्दे का , जैसे जैसे हिंदी पढ़ाई जा रही थी पूनम और सालवी में नया जोश आ रहा था और क्लास में बैठा हर बन्दा और बन्दी बहुत मन लगा कर पढ़ रहे थे और सच भी यही था इतने जोश और ऊर्जा से ना किसी हिन्दी पढ़ाई और ना उन दोनों ने कभी ऐसी हिंदी पढ़ी। और वो भी एक जवान लड़के के द्वारा। पढ़ते पढ़ते वक़्त कब हंसी मजाक में निकल गया पता ही नहीं चला। क्लास ख़तम सर भी चले गए।कुछ बच्चे भी निकल रहे थे कुछ झुंड बना कर बाते कर रहे थे। सालवी और पूनम भी निकल रही थी दोनों ने डिसाइड किया किं कोचिंग का पहला दिन है निकलते निकलते ऑफिस वाले सर से मिल लेते हैं, खैर दोनों बतियाते हुए रूम से निकली ऑफिस जाने के लिए.. लेकिन क्या.... क्रमशः #प्रेमांकुर #भाग#६