White #मतलब सुख आया था मगर वो भी चल गया, मेरा समय मुझ से अब दूर चल गया, थोड़ा सा उम्र में क्या बड़े हो गए हम, मानों ज़िंदगी से जैसे सुकून चल गया, जेब में पैसा था सब साथ खड़े थे मेरे, खाली जेब देख अपना भी चल गया, पुराना यार मिला था थोड़े वक्त रुका, जरूरी काम है बोला और चल गया, मतलब से सब मिल रहे थे निखिल, मतलब पूरा हुआ और अब चल गया| ©शर्मा निखिल #good_night हिंदी कविता कविता कोश कविताएं