खु़द- से- बे- ख़बर हम होने लगे के उनकी मोहब्बत में खोने लगे मिला जो सहारा उनकी बाहों का मेरे होठों पर तबस्सुम बिखरने लगे रक्खा क्या है इस प्यार - मोहब्बत में दिल- ए- नादाँ से हम ये कहने लगे अब क्या कहे इस जमाने से,,के हमारी ही धड़कन हमसे गुस्ताखियाँ करने लगे उनकी खुशबू है फैली हवाओं में Queen आज इस कोरे काग़ज़ पर निखरने लगे ।। Happy Lohri ....💐💐💐💐💜❤️💜 ♥️ Challenge-812 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।