कर्म और दायित्व का भार पिता पर है, लेकिन पिता को पाण्डु पुत्र में रत्न है । अपने दुर्योधन की ताकत पर शक है, इसीलिए महाभारत का होना भी सत्य है। दगा मिला अपनों से, नही पितामह को हरा सके , इतना अर्जुन में कहाँ दम था । महाभारत है जिंदगी हमारी भी, पसन्द तो पाण्डु पुत्र ही था । मै कलयुग का दुर्योधन हूँ, युद्ध नही होने दूंगा, जहाँ न मीले विचार, वहाँ से राह बदल लूंगा । @Ekanjanlekhak #Ekanjanlekhak #महाभारत_सत्य_थी