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कर्म और दायित्व का भार पिता पर है, लेकिन पिता को प

कर्म और दायित्व
का भार पिता पर है,
लेकिन पिता को पाण्डु पुत्र में रत्न है ।
अपने दुर्योधन की ताकत पर शक है,
इसीलिए महाभारत का होना भी सत्य है।
 दगा मिला अपनों से,
 नही पितामह को हरा सके ,
 इतना अर्जुन में कहाँ दम था ।
 महाभारत है जिंदगी हमारी भी,
 पसन्द तो पाण्डु पुत्र ही था ।
 मै कलयुग का दुर्योधन हूँ,
 युद्ध नही होने दूंगा,
 जहाँ न मीले विचार,
 वहाँ से राह बदल लूंगा ।
 @Ekanjanlekhak #Ekanjanlekhak
#महाभारत_सत्य_थी
कर्म और दायित्व
का भार पिता पर है,
लेकिन पिता को पाण्डु पुत्र में रत्न है ।
अपने दुर्योधन की ताकत पर शक है,
इसीलिए महाभारत का होना भी सत्य है।
 दगा मिला अपनों से,
 नही पितामह को हरा सके ,
 इतना अर्जुन में कहाँ दम था ।
 महाभारत है जिंदगी हमारी भी,
 पसन्द तो पाण्डु पुत्र ही था ।
 मै कलयुग का दुर्योधन हूँ,
 युद्ध नही होने दूंगा,
 जहाँ न मीले विचार,
 वहाँ से राह बदल लूंगा ।
 @Ekanjanlekhak #Ekanjanlekhak
#महाभारत_सत्य_थी