जो न समझे मुझे तो न समझे कोई, दुआ है कि राह में न बिछड़े कोई।। की लहद की मिटटी पुकारती है मुझे, इश्क का वादा करे न हमसे कोई।। ***ख़ामोश सैलाब*** #dua #dosti #dil