हम दुनियां जितना चाहते है, घर रिश्तों से हारकर, ये जीत मिल भी गई तो हार ही लगेगी हमको।
आपकी बच्चियां आपके घर की नारी आप से खुश नहीं है बस।
आप उन्हे उनके अपने नहीं, केवल मालिक लगते हों।
जिसे अपने काम प्यार चाहिए,जब हुक्म दो तो बेटी बहन मां पत्नी आपकी खिदमत में रहें,
आम जीवन जीना था बेटियों को भी, जीवन में आगे बढ़ने के जो संघर्ष होते है वो सभी करना चाहती है बेटी, लेकिन आप लोगों ने टाइम पर रोटी बनाना, रोटी टेढ़ी मेढ़ी नहीं होनी चाहिए,एक दो कम ज्यादा भी नही होनी चाहिए, सब बैठे होंगे फिर भी बेटियों #Shayari#MissionMaanyMaang