सबको ना जाने की हिदायत देकर आज खुद ही चले गए। फिर मिलने का वादा करके आप भी मुकुर कर चले गए।। *बुलाती है मगर जाने का नहीं* सबको यह सीख देने वाले, आज खुद ही चले गए। नवंबर में पहली बार आपसे मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। दिल्ली को लेके जो शेर अपने सुनाया था वो आपकी ही आवाज़ में आज भी जैसे कानों में गूंज रहा है। अगले साल फिर आने का वादा करके गए थे ना आप😔 फिर क्यों आप भी वादा तोड़ के चले गए।। बेहद ग़मगीन करने वाली ख़बर है कि हिंदुस्तान के लोकप्रिय शायर राहत इंदौरी साहब का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। कोरोना से संक्रमित भी थे।