चल तुझे कहीं तन्हा सफ़र पे ले चलूं, ख्वाहिश मेरी सूरज की तरह रोज शाम तेरी बाहों में ढलू,, जो छुए मेरी नज़रें तुझे,तेरे बाद आंखे मुंदलू,, जहा पड़ी परछाई तेरी , वहां की सारी जमीं चुमलुं,, ©DhanrajDJ4 Saran मेरी सायरी ,, मेरी ग़ज़ल धनराज ,, #full #vacation #fullspot #L♥️ve