मैं अज़ल से ही जज़्बए इश्क़ हूँ मेरे फायदों के भी क़ायदे मैं अज़ल से ही लफ़्ज़े सुकून हूँ मेरी सरहदें ना दिखाई दे कोई रब कहे, कोई ईश्वरा कोई वाहे गुरुवं नाम दे मैं अज़ल से ही तुझमें नूर हूँ तुझे रौशनी ना दिखाई दे @odd_poet. #word_of_wisdom Sudha Tripathi शादाब खांन 'शाद'