कभी गिरते रहे तो कभी सँभलते रहे, हम फिर भी उसी राह पर चलते रहे, पानी के एक - एक कतरे की खातिर.. पंछी की तरह दूर - दूर तक उड़ते रहे! _गोविन्द_ कभी #गिरते रहे तो कभी #संभलते रहे.??