समां मिली लहरों की पर किनारा ना मिला ज़िन्दगी मिली पर उसका कोई सजदा ना मिला दर्द तो बहुत मिला पर उसका कोई निवारा ना मिला मुक्कमल हुआ इश्क़ पर उसका परवाना ना मिला चाहते मिली जिंदगी को पर कोई चहेता ना मिला लौट गया फिर उसी जहाँ की ज़िन्दगी को, जहाँ किसी अपने को पहचानने का दस्तूर ना मिला.!! 📖dwivedi saras✍️ @admire #Nature #love