किसी अपने के लिए सुख सुविधाओं का मोह छोड़ देना भी 'प्यार' है, 'त्याग' है - जब आप देखते हैं कि आप की चाहत किसी तकलीफ़ में हैं और आप अपनी शारीरिक, मानसिक, आर्थिक स्थिति के कारण उनकी मदद नहीं कर सकते, पर आप ख़ुद भी उन सुविधाओं का लाभ नहीं लेते, यह समर्पण आपका, उनके प्रति प्यार है, त्याग है, बलिदान है..! - इसके उदहारण बहुत हो सकते हैं, आपके नजरिए पर सब निर्भर करता है..! - यह समर्पण बिना किसी शर्त के होना चाहिए, क्योंकि शर्त से इश्क़ तिजारत बन जाता है..! #kumaarsthought #समर्पण #बलिदान #त्याग