उड़ते धुंए को क्या नाम दूँ, बादलों सा है रूप इसका, मगर तासीर अलग है, धुंआ देता है तकलीफ जितनी, बादल सकूँ उतना देता है, ढालना चाहूँ इस उड़ते धुंए को आकार में, हर आकर अंत में धोखा देता है, गायब हो जाता है पलभर में, आखिर तकलीफ ही देता है।। #धुंआ #बादल #तासीर #तकलीफ #yqbaba #yqdidi #yqpowrimo #pchawla16