सुरूर - ए - सुरु कुछ यूं हुआ कि हाल -ए- हिज़्र गवारा ना किया जाए जब से है वो मुझसे दूर गया अश्क़ों से आँखों में रहा भी ना जाए ना जाने क्या कशिश है उसमें दिल, दिमाग उसी ओर भागा जाए सहर उसकी याद से शुरू और उसी की याद पे ही शाम ढल जाए #Surin #Love #suru_mylove