कश्ती को छूकर जो उठता है लहरों में स्पंदन! सर्द मौसम में, ताप का आलिंगन, स्वीकार हो मेरा अवलंबन, छंद-छंद, प्रेम कविता मेरी हो संपन्न! 🎀 Challenge-311 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 25 शब्दों में अपनी रचना लिखिए।