आज कुछ कमी है तेरे बगैर...!!! आँखों में नमी है तेरे बगैर...!!! ये लब ख़ामोश किंतु शोर है अंदर ही अंदर... आज कुछ कमी है तेरे बगैर...!!! इन हाथों में तेरा हांथ नहीं फिर भी एहसास साथ है.... सबकुछ होते हुए भी सबकुछ फीका है तेरे बगैर...!!! की अब और दूर रहा नहीं जाता... ले चल तेरे साथ कहीं... की अब हमें जीना नहीं तेरे बगैर...!!! #rangkush