"पलकों के पीछे कोई ख्वाब गहरा है," पलकों के पीछे कोई ख्वाब गहरा है कोई कैसे जाने कैसा उसका चेहरा है सिर्फ निगाहें ही तो खुली रखी है उसने बाकी चेहरे पर तो नाकाब का पहरा है - आंजनेय अंजुल #ख्वाब #नाकाब #आंजनेय_अंजुल #nojotohindi #nojotoshayari ØØ7-PATEL Intezaar / इंतेज़ार