कुछ इश्क सा महसूस हुआ था हमें भी,शायद गलतफहमी थी .. एक अनकही सी मोहब्बत उसके होठों पर भी सहमी थी क्यूं नाकाबील-ए बरदाश्त हुई ये दास्तान जमाने को शायद इश्क का दस्तूर ही बेरहमी थी..... ©Komal sharma #ghummnaam mohabbat