चुरा के जमाने से इक दिन तुझे अपना बनाऊँगी ! और जान इतराना है जितना इतरा लो तुम , ये डोली अपनी तेर ही आंगन में लाऊँगी !! बन कितना भी खुदगर्ज ऐ मेरे महबूब ! कितने भी दिखावे कर अभी जमाने में , ये मेहँदी शगुन की तेरे नाम की ही लगाऊँगी !! #Nojoto #AN #Love #Mehandi #काव्यशाला