पहले बोले कि बात करो बात करी तो बिगड़ गए 'तो क्यो बोले कि बात करो' 'मैने कब बोला ' मुकर गए फिर खुद ही बोले 'साथ चलो' जो साथ चले तो पिछड़ गए फिर थक के बोले 'रुको जरा' मैं 'अच्छा' बोला अकड़ गए ये 'अच्छा' किउ बोल रहे हों 'तो क्या बोलूं' वो झगड़ गए मैं हुआ परेशान ' यार चले ' वो बही पर गढ़ के ठहर गए मैं झल्लाकर के भाग गए वो चीख पड़े कि किधर गए मैं बाल नोंच के वही मरा तो वो बोले साले गुजर गए वाह क्या नखरा है