अच्छे बुरे पलों की है, ग़वाह है डायरी। मेरी ज़िन्दग़ी की है, हमनवा है डायरी। हो जाती है जब कभी, जानलेवा तन्हाई , बन जाती है कभी कभी, दवा डायरी। आते हैं कभी तूफान, तो कभी गर्म हवाएँ, देती है कभी सुक़ून की, ठण्डी हवा डायरी। OPEN FOR COLLAB✨ #ATdiaryletter1 • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ 🤗 Let's connect on Insta. Link in BIO. 🤗 Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts