सुनो, हाशियों को तोड़ कर बह चलते हैं तुम मेरी पतवार बनोऔर मैं तुम्हारी नाव फिर देखते हैं सागर की तासीर क्या हैं हाशिये तोड़ कर घुल जाते हैं तुम मेरी मीठास बनो,मैं तुम्हारी खुशबु फिर देखतें हैं स्वाद की तासीर क्या है हाशिये तोड़ कर सिल जाते हैं तुम मेरी रूह बनो,मैं तुम्हारा जिस्म फिर देखते हैं जिंदगी की तासीर क्या है सुनो, हाशियों को तोड़ कर बह चलते हैं सुनो #pyar #love #hindinama #kavishala #shonameetha