ना समझो कि हाथ पर हाथ धरे रहने पर भी यह दिन होगा रात होगी सोचो आने वाली पीढ़ी को क्या हमारे सौगात होगी भविष्य करेगा जब भी वर्तमान पर चर्चा याद रखो इतिहास की ही बात होगी उठो वक्त है यही कुछ कर गुजरने का ना रहो गलतफहमी में कि सिर्फ चाहने से करामात होगी ©Simarjeet #हरेला पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं