हे राम कैसा यह युग आया हैं जहा सामने काल आया हैं पर उसका भी मज़ाक बनाया हैं .. बड़ी विचित्र परिस्तिति हुई हैं .. सबकी नजरे एक बात पर टिकी हुई हैं ... बंद पिंजरों में मानव हुआ हैं .. आराम से पशु घूम रहा हैं ... जाने अंजाम कितना बुरा हैं ... पर कुछ का विश्वास बड़ा हैं .. के फिर से खुशियों की लहर आएगी ... अच्छाई बुराई पर विजय पायेगी .. ©soft_y #Lockdown_3 Suman Zaniyan A.sahu🖋️ 📒