यों तो अपने बीच नहीं है जीवन का संगीत वही है सपनों में आती रहती है अक्सर समझती रहती है तुम्हें बताऊं! मां कहती है जो आगे हो करते जाना राह मिलेगी बढ़ते जाना एक लौ जो भीतर जलती है दिशा यहीं सबको मिलती है नहीं असंभव कुछ धरती पे हिय के संबल की चलती है सुनी कहानी वही पुरानी चींटी- हाथी की कहती है छोटा - बड़ा नहीं है कोई सत्य सनातन अभिव्यक्ति है देखो! सबका मान करो तुम ईश्वर का सम्मान करो तुम नहीं कभी अभिमान करो तुम है समय बहुत बलवान सुनो तुम अच्छे - अच्छे काम करो तुम नियत से नियति बनती है जीवन है संधान करो तुम सम्प्रति जो कुछ हाथ लगे सब श्रद्धा से स्वीकार करो तुम सज्जनता की जय बोलो तुम दुर्जन का प्रतिकार करो तुम गाओ गीत हृदय के मधुस्मित नहीं कभी उपहास करो तुम हो सकती है गलती तुमसे भी गुन लो सबको माफ़ करो तुम प्राण चिरंतन अविगत प्रज्ञा धी इस पर विश्वास करो तुम मैं हूं नित्य यहीं आलोकित रोना मत! आभास करो तुम हर माँ का अपना स्टाइल होता है और एक ख़ास तकिया कलाम भी। आज मातृदिवस पर माँ के उस अनोखे अंदाज़ को याद किया जाए। #माँकहतीहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqlove #yqfaith #yqlearning #yqbliss