..... Asort World.... बीच में हूं..अभी,,,मंजिल तक पहोचने के लिए मेहनत करनी पड़ेगी.... शायद लहरें भी बहुत आएंगी.... शायद सुनामी भी आए.... लेकिन जब ठान लिया है पहुंचने का.. तो चाहे दुनिया साथ छोड़ दे... लेकिन अब पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता... क्योंकि Asort भी बोल रहा है कि तू पतवार चला पीछे से मैं हूं... तेरा career के लिए.... Asort World