हिज़रत जो तेरे शहर से कर जाएंगे शायद ही इस चमन में फूल खिल पाएंगे बुलबुल का ही सितम गुल के लिए आब ए तल्ख है कहाँ तर्स ए सय्याद से अब हम डर जाएंगे। तर्स ए सय्याद==शिकारी का डर #NojotoQuote बुलबुल #nojotohindi