जब नींदे औझल हो जाती है आंखों से, तब मैं लिख लेती हूं। जब मैं लड़ नही पाती हालातो से, तब मैं लिख लेती हूं। लोग लिखते होंगे बेशक किसी एक शख्स के लिए मैं जब होती हूं रूबरू अपने जज्बातों से, तब मैं लिख लेती हूं। ©Pooja Manoriya #selfquotes #selflines #jajbatalfazonme #dilkibat #Apnokesath #Life_experience