#OpenPoetry डूबकर तेरी चाहत में हरपल जिया करती हूँ। खुद को तेरे ही नाम पल-पल किया करती हूँ। मेरे प्यार की गहराई में खुद को डुबाकर के देखो, एक मैं हूँ कि तेरे याद में हर अश्क़ पिया करती हूँ।। अंजली श्रीवास्तव तेरी चाहत में