कैद पड़ा था बंद घरों में,हर बंदा पीने वाला। कोरोना में शहर शहर जब ,बंद पड़ी थी मधुशाला। लत ये ऐसी लगी न छूटे,लाख जतन कर देख लिए, ओने कोने ढूँढ़ रहा था मधुशाला को मतवाला। संगीता शर्मा शानू ©SHANU KI सरगम मधुशाला