क्या है तुझमें एसा,जो तेरी ओर खिचा चला आता हूं। तेरे बिन कहे,तेरी हर बात समझना चाहता हूं। काश तुम भी समझते,मेरी इस मुहब्बत को। तू दो पल तो मिल मुझे,मैं वो हर बात तुझसे कहना चाहता हूं। ©आकाश भिलावली वाला milo na