कभी अपनों ने तो कभी गैरो ने धोखा दिया है,क्या कहें मैने कितनी सारे सपने संजोया हैं|सोचा था कि कभी दुर नहीं होंगे अपनों से,मगर क्या करे अब सब को याद करना भी छोड़ दिया हैं| ©Ajeet kumar gupta कुछ बीती हुई यादें| #findyourself