मुद्दों की कमी नहीं है हमारे देश में, देखिये हैवानियत घूम रही है किस किस वेश में कभी मुद्दा होता है आरक्षण का कभी किसी बेटी के भक्षण का, कभी सड़कें जलती हैं, कभी मोमबत्तिया पिघलती हैं, कोई कभी दंगा करता है, कोई इंसानियत को नंगा करता है, नेता भाषण बाचते हैं, विधायक खुले आम नाचते हैं जेल में मौत हो जाती है , एक बेबस लाचार पिता की क्या किसी ने सुनी चीख़ें , घाटी में आसिफा की जिस्म पर ख़रोंच लेकर वो उन्नाव में खड़ी है, दूसरी की लाश घाटी में इंसांफ के लिए पड़ी है, क्या छोड़ा तुमने मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा, शर्मशार है तुम पर पूरा देश हमारा, जानवर भी किसी हद तक रहते हैं अपने आवेश में देखिये हैवानियत घूम रही है किस किस वेश में वो हिन्दू थी या वो मुसलमान थी, हैवानियत से परे वो एक नन्हीं जान थी छोड़ो हमें क्या करना ,ये बहस जारी है, यहाँ किसी से कुछ न होगा,हर कोई सत्ता का पुजारी है सरहदें तो बचा ली हमनें पड़ोस के आतंकवाद से, घर जलने से बचा न पाए ,बढ़ते जातिवाद से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे सब लगाएंगे, हिन्दू की बचानी है या मुस्लिम की, ये नेता बताएँगे, हर आदमी भ्रष्ट है, बड़े बनने की रेस में, मुद्दों की कमी नहीं है हमारे देश में, देखिये हैवानियत घूम रही है किस किस वेश में #nojoto #asifa #justice #rapecase #unnao